आंबा वाया मोकळा

आम्बा वाया मोकळा , देशी नाक्यो खाद
पोता-पोती खावता , मने करेगा याद ।।
मने करेगा याद , गजब का हा दादाजी
ग्या बेकुंठा माय , कहे धरती माताजी ।।
केवाणीकविराज, होचजो लोग-लुगाया
कुण-कुण करसी याद, थां कई आम्बा वाया ।।