राजस्थानी कविता कोष
Rajasthani Kavita Kosh
पृष्ठ
मुखपृष्ठ
About us
Books
Contact us
लीछमी चोपा चराय
चोपा
चराय
लीछमी
,
आली
काम्ड़ी
हात
।
बणावा
सरपंच
थने
,
चालो
म्हाके
साथ
।।
चालो
म्हाके
साथ
,
थां
दो
गाँवा
री
शान
।
थांके
आड़ी
आज
,
नाळ
रयो
वो
भगवान
।।
के
‘
वाणी
’
कविराज
,
अंगूटो
दियो
दिखाय
।
करे
न
खोटा
काम
,
लीछमी
चोपा
चराय
।।
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ